Bhoot ki kahani
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Bhoot ki kahani |
भूत की कहानी
अक्सर लोगों को जब भी उस घर के आसपास जाना होता था तो कोई भी गांव का व्यक्ति अकेले उस तरफ नहीं जाता था बल के दो या दो से ज्यादा व्यक्ति मिलकर उस रास्ता को पार किया करते थे जब कभी कोई व्यक्ति उस रास्ते से अकेले गुजरा या तो वह कभी वापस नहीं लौटा या वह मृत पाया गया। गांव के कई लोग इसी तरह या तो गायब हो गए या फिर मृत पाए गए।
आईएसपी तरह की घटनाएं हमेशा वहां घटती रहती थी गांव के लोगों ने उस भूतिया घर को वहां से तुड़वाने के बहुत से प्रयास किए लेकिन कोई भी मजदूर वहां काम करने को तैयार ही नहीं था जिसका वह घर था लोगों का कहना था उसने अपने आप को इस घर में फांसी लगा ली थी और तब से उसकी आत्मा उस घर में कैद है लोगों को उस घर से हर रात किसी आदमी के चिल्लाने की आवाज आती थी इस वजह से गांव वालों के अंदर उस घर की दहशत और भी बढ़ जाती थी
धीरे धीरे उस गांव के लोग उस घर से परेशान होकर या तो अपनी जमीन बेचकर या उसे ऐसे ही छोड़कर गांव से जाने लगे और धीरे-धीरे गांव खाली होने लगा ।
एक दिन रामू नाम का व्यक्ति उस गांव में किसी काम से आया वह एक अध्यापक था और एक निडर और बहुत ही बुद्धिमान व्यक्ति था वह किसी भूत प्रेत पर यकीन नहीं करता था जब वह गांव में आया तो उसने देखा कि गांव के कई लोग गांव छोड़कर जा रहे हैं उसने गांव वालों से उनके गांव छोड़ने की वजह पूछी लेकिन किसी ने भी उसकी बात का जवाब ना देकर यह कहा के इस गांव से चले जाओ वरना मारे जाओगे।
रामू यह सुनकर सोचने लगा ऐसी कौन सी बात है जो यह गांव वाले इस तरह डर कर इस गांव से अपने घर को छोड़कर जा रहे हैं वह गांव में अंदर जाता है और उस गांव के मुखिया से मिलता है और पूछता है के प्रधान जी आपके गांव में ऐसी कौन सी आपदा आई हुई है जिससे कि गांव के लोग अपना घर छोड़कर जा रहे हैं मुखिया ने रामू को उस घर के(भूत की कहानी के) बारे में सारी बातें बताई।
रामू भूत प्रेत पर विश्वास नहीं करता था उसने मुखिया जी से पूछा क्या किसी ने उस घर के अंदर जाने की कोशिश नहीं की तो मुखिया ने कहा के कई गांवों के लोग उस घर के अंदर जा चुके हैं रामू ने पूछा तो उन लोगों का क्या हुआ मुखिया ने कहा वहां जो भी गया या तो वह गायब हो गया या मृत पाया गया।
रामू को उस घर पर शक होने लगा रामू ने मुखिया से कहा की मुखिया जी क्या मैं उस घर में जा सकता हूं मुखिया जी ने कहा नहीं बेटा वहां वैसे ही बहुत लोग अपनी जान गवा चुके हैं तुम अपनी जान क्यों जोखिम में डालना चाहते हो अगर अपनी भलाई चाहते हो तो इस गांव से वापस चले जाओ। रामू उसकी बात सुनकर वहां से चला आया।
रामू ने उस घर में जाने का फैसला किया अगले दिन शाम के वक्त वह उस घर के पास गया उसे किसी आदमी के जोर जोर से चिल्लाने की आवाज आ रही थी लेकिन वह निडर होकर उस घर के अंदर गया वहां उसे इंसानी कंकाल दिखे यह देख कर उसके मन में थोड़ा भय होने लगा उसने सोचा कि ऐसे यहां अकेले आना समझदारी का काम नहीं है वह वहीं से उस घर के बाहर आ गया और वापस लौट गया।
रामू जो बात भी पूरी करने की ठान लेता था वह उसे करके ही दम लेता था उसने उस घर का राज जानने के लिए एक योजना बनाई और अगले दिन सुबह उस घर के आसपास कैमरे लगा दीजिए।
और जब शाम हुई तो वह उस कैमरे की रिकॉर्डिंग देखने लगा अगले दो-तीन घंटे में वहां कुछ ऐसा घटित नहीं हुआ जिससे उसे कोई मदद मिलती वह निराश होकर वहां से जाने लगा तभी अचानक उसे एक ट्रक आता हुआ दिखा उसमें से एक आदमी बंदूक लेकर नीचे उतरा और उसने देखा के आसपास कोई नहीं है फिर उसने अपने साथी को इशारा किया उन लोगों ने उस ट्रक में से कुछ सामान उतारना शुरू कर दिया और उस सामान को लेकर उस घर के अंदर चले गए और वह ट्रक वापस लौट गया रामू को उस घर पर पहले ही शक था और उसका यह सब अब यकीन में बदल गया था।
उसने गांव वालों के पास जाकर यह सारी वीडियो दिखाई लेकिन किसी ने भी उसका यकीन न माना और और कहने लगे कि यह सब उस भूत का छलावा है और उस घर की तरफ जाने से इंकार कर दिया। रामू समझ गया के जब तक वह उस घर का पर्दा फाश नहीं कर देता तब तक कोई उसकी बात का यकीन नहीं मानेगा
उसने अब पूरी तैयारी से उस घर में जाने की तैयारी की वह अपने साथ एक बंदूक भी लेकर गया ताकि अपनी सुरक्षा कर सके। वह शाम होने से पहले ही उस घर के अंदर जाकर छुप गया और उन लोगों के आने का इंतजार करने लगा और जब शाम हुई तो वहां कोई भी नहीं आया और अगले दिन रामू का मृत शरीर उस घर के बाहर दीवार पर लटका हुआ पाया गया अब आप सोच रहे होंगे के रामू की मृत्यु कैसे हुई दोस्तों गांव वालों का बताना था कि वह घर हर गांव मैं आने वाले नए व्यक्ति को इस तरह के छलावे दिखाता है जैसा कि रामू ने अपने कैमरे की मदद से वहां पर देखा था हकीकत में वह सब भूत थे जो यह जानते थे के रामू हम पर नजर रखने के लिए आया है
अगर वह भूत अपनी असली हालत में उसके सामने आते तो रामू कभी भी उस घर के अंदर जाने का प्रयास नहीं करता इसलिए उन भूतों ने रामू को इस छलावे के जरिए मौत के घाट उतार दिया और आज भी वह घर इसी तरह कई लोगों की जान लेता रहता है अगर आप भी इस घर के आसपास जाएं तो ऐसी गलती बहादुरी समझ कर ना करें जैसे कि रामू ने कि।
यह सच है कि ज्यादातर ऐसी जगहों पर कोई हमें धोखे में
रख रहा होता है लेकिन कहीं-कहीं सच में भूत होते हैं और हमें इस बात को मानना चाहिए।
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